Wednesday, November 04, 2009

रतनगिरी में भी पड़ी एक ओर सिंगूर की नींव

रतनगिरी में भी पड़ी एक ओर सिंगूर की नींव
लोगों का न्यूक्लियर पावर प्लांट पर विरोध
‘‘हे भगवान! हमारी प्रार्थना स्वीकार करो और हमारे जीवित रहने के साधनों को बचाओ। हम यह परियोजना नहीं चाहते, कृप्या इये यहां से दूर ले जाओ।’’ इन षब्दों के साथ हिन्दुस्तान टाईम्स अंग्रेजी अखबार में छपी एक विषेश रिपोर्ट लोगों के विरोध की ही कहानी है । अखबार के अनुसार 2000 गांव वालों ने कुछ ऐसी प्रार्थना वहां के एक मन्दिर में भगवान से की। यह परमाणु प्लांट परियोजना रतनगिरि जिले के जैयतपुर गांव से 8 कि.मी. दूर लगने का प्रस्ताव है। सरकार द्वारा भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के बाद कुम्हरिया हरियाणा समेत ऐसे सात न्यूक्लियर प्लांट लगाए जाने की योजना है। वहां का अन्जनेष्वर मन्दिर एक मिटींग ग्राउण्ड में बदल गया है । जहां लोग वर्ग-जाति और धर्म को भूलकर एकसांझी समस्या के लिए इकटठा होते हैं। यहां लगभग 938 हैक्टेयर भूमि लगभग 5 गावों से अधिग्रहित की जाएगी जिसमें अच्छी खेती योग्य भूमि, आम के बागान और पशुओं चारागाह बने हैं इस प्लांट के लिए हैवी प्रैषराज़्ड वाटर रिएक्टर का प्रयोग किया जाएगा जो 2008 इण्डोफ्रेंच एग्रीमैंट के तहत फांस से आयात किए जांएगे। जिनकी 10000 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा। गांव में एक पब्लिक मींटिंग मेंमीडिया के सामने वहां के सेवानिवृत हैडमास्टर ने कहा कि ‘ एक बात साफ है, कोई भी यहां का स्थाई निवासी यहां न्यूक्लियर प्लांट नहीं चाहता।

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